लेखनी कविता -उस ज़ुल्फ़ की याद जब आने लगी - फ़िराक़ गोरखपुरी

72 Part

70 times read

0 Liked

उस ज़ुल्फ़ की याद जब आने लगी / फ़िराक़ गोरखपुरी उस ज़ुल्फ़ की याद जब आने लगी इक नागन-सी लहराने लगी जब ज़ि‍क्र तेरा महफ़ि‍ल में छिड़ा क्यों आँख तेरी शरमाने ...

Chapter

×